Ayurvedic Rasa Shastra: Minerals, Metals, and Bhasma Preparation

रसशास्त्र द्रव्य: पहचान, शोधन और भस्म निर्माण

यह सारणी द्रव्य (Substance), पर्याय (Synonym), खनिजीय पहचान (Chemical/Mineral ID), स्रोत (Source), प्रकार (Type), ग्राह्य-अग्राह्य (Acceptable/Unacceptable), दोष (Defect), शोधन (Purification), और मरण (Incineration/Bhasma) के आधार पर रसशास्त्र में प्रयुक्त प्रमुख द्रव्यों का विवरण प्रस्तुत करती है।

I. महारस, उपरस और साधारण रस

  1. 1. पारद (Mercury)

    • पर्याय: रसेन्द्र, सुत, रसराज
    • खनिजीय पहचान: Hg (Mercury)
    • स्रोत: भूमिगत सिनाबार, हिमालय, चीन
    • प्रकार: रसा, रोगहर
    • ग्राह्य/अग्राह्य: चमकीला, भारी, गाढ़ा, द्रव (ग्राह्य); हल्का, निस्तेज (अग्राह्य)
    • दोष: मलिनता, द्रवता-दोष
    • शोधन: त्रिफला क्वाथ, लहसुन रस, चूर्णन व मर्दन
    • मरण: गंधक के साथ कज्जली बनाकर पुटन
  2. 2. अभ्रक (Biotite Mica)

    • पर्याय: काला, गौर, ब्रह्मपत्र
    • खनिजीय पहचान: Hydrous silicate of K-Mg-Fe-Al
    • स्रोत: बिहार, झारखंड, राजस्थान
    • प्रकार: पिंगल, काजल, कृष्ण, श्वेत
    • ग्राह्य/अग्राह्य: चिकना, पटलदार, स्निग्ध (ग्राह्य); भंगुर, खुरदरा (अग्राह्य)
    • दोष: अशुद्धता, पाषाण मिश्रण
    • शोधन: गोमूत्र, त्रिफला क्वाथ में स्वेदन
    • मरण: 1000 पुटन से अभ्रक भस्म
  3. 3. माक्षिक (Chalcopyrite)

    • पर्याय: स्वर्णमाक्षिक, रक्तमाक्षिक
    • खनिजीय पहचान: CuFeS₂
    • स्रोत: झारखंड, राजस्थान
    • प्रकार: स्वर्णमाक्षिक, रक्तमाक्षिक
    • ग्राह्य/अग्राह्य: सुवर्णवर्ण, स्निग्ध (ग्राह्य); काले धब्बेदार (अग्राह्य)
    • दोष: शिला-दोष, लौह-दोष
    • शोधन: नींबू रस, काष्ठौषधि क्वाथ
    • मरण: अग्नि पुटन द्वारा माक्षिक भस्म
  4. 4. शिलाजतु (Asphaltum)

    • पर्याय: शिलाजतु, शिलाश्रृंग
    • खनिजीय पहचान: Asphaltum (Mineral Pitch)
    • स्रोत: हिमालय, अफगानिस्तान
    • प्रकार: सुवर्ण, रजत, ताम्रवर्ण
    • ग्राह्य/अग्राह्य: चिपचिपा, तन्तुमय (ग्राह्य); रेतमिश्रित, दुर्गंधयुक्त (अग्राह्य)
    • दोष: पाषाण मिश्रण, रेत
    • शोधन: दशपर्ण क्वाथ, त्रिफला क्वाथ में शोधन
    • मरण: अग्निसंस्कार से शिलाजतु भस्म
  5. 5. गंधक (Sulfur)

    • पर्याय: कनीयक, शूल्यक
    • खनिजीय पहचान: S (Sulphur)
    • स्रोत: ज्वालामुखीय क्षेत्र, कश्मीर
    • प्रकार: श्वेत, रक्त, पीत
    • ग्राह्य/अग्राह्य: कोमल, चमकीला पीतवर्ण (ग्राह्य); मलिन, शुष्क (अग्राह्य)
    • दोष: भस्मक, विषदोष
    • शोधन: गोमूत्र, त्रिफला क्वाथ, घृतमर्दन
    • मरण: गंधक रसायन पुटन से गंधक भस्म
  6. 6. गैरिक (Red Ochre)

    • पर्याय: गेरु, लाल मृत्तिका
    • खनिजीय पहचान: Fe₂O₃
    • स्रोत: राजस्थान, मध्य प्रदेश
    • प्रकार: रक्तगैरिक, पीतगैरिक
    • ग्राह्य/अग्राह्य: रक्तवर्ण, स्निग्ध (ग्राह्य); शुष्क, खुरदरा (अग्राह्य)
    • दोष: शिला-दोष
    • शोधन: काढ़ा शोधन (त्रिफला, नींबू रस)
    • मरण: (भस्म निर्माण प्रक्रिया)
  7. 7. कंक्षी (Alum)

    • पर्याय: स्फटिक, कंक्षी
    • खनिजीय पहचान: KAl(SO₄)₂·12H₂O
    • स्रोत: राजस्थान, गुजरात
    • प्रकार: श्वेत, रक्त, पीत
    • ग्राह्य/अग्राह्य: स्वच्छ, स्फटिकाकार (ग्राह्य); मलिन, भंगुर (अग्राह्य)
    • दोष: धूल, शिला-दोष
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र में स्वेदन
    • मरण: पुटन से स्फटिक भस्म
  8. 8. हरताल (Orpiment)

    • पर्याय: हरताल, पीततल
    • खनिजीय पहचान: As₂S₃
    • स्रोत: नेपाल, राजस्थान
    • प्रकार: पीत हरताल, रक्त हरताल
    • ग्राह्य/अग्राह्य: पीतवर्ण, स्निग्ध (ग्राह्य); मलिन, काले धब्बे (अग्राह्य)
    • दोष: आर्सेनिक अशुद्धि
    • शोधन: नींबू रस, अदरक रस मर्दन
    • मरण: पुटन द्वारा हरताल भस्म
  9. 9. मनःशिला (Realgar)

    • पर्याय: मनःशिला, रक्तताल
    • खनिजीय पहचान: As₂S₂
    • स्रोत: नेपाल, बंगाल
    • प्रकार: रक्तवर्ण, पीतवर्ण
    • ग्राह्य/अग्राह्य: रक्ताभ, चमकीली (ग्राह्य); मलिन, शुष्क (अग्राह्य)
    • दोष: आर्सेनिक विष
    • शोधन: नींबू रस, त्रिफला क्वाथ शोधन
    • मरण: पुटन से मनःशिला भस्म
  10. 10. कम्पिल्लक (Mallotus philippinensis)

    • पर्याय: राक्षोदक, कम्पिल्लक
    • खनिजीय पहचान: वनस्पति-जन्य (गुर्दा केशर जैसा लाल चूर्ण)
    • स्रोत: भारत, नेपाल
    • प्रकार: लाल रंग का पराग
    • ग्राह्य/अग्राह्य: चमकीला लाल (ग्राह्य); धूलयुक्त, अशुद्ध (अग्राह्य)
    • दोष: धूल, रेत मिश्रण
    • शोधन: गौदुग्ध, त्रिफला क्वाथ में शोधन
    • मरण: अग्निसंस्कार से कम्पिल्लक भस्म
  11. 11. नवसादर (Ammonium chloride)

    • पर्याय: नवसादर, सौगंधिक
    • खनिजीय पहचान: NH₄Cl
    • स्रोत: भूमिगत लवण शिला
    • प्रकार: श्वेत, स्फटिकाकार
    • ग्राह्य/अग्राह्य: श्वेत, शीतल (ग्राह्य); पीलापन (अग्राह्य)
    • दोष: धूल, लवण दोष
    • शोधन: नींबू रस, अदरक रस शोधन
    • मरण: पुटन से नवसादर भस्म
  12. 12. हिंगुलक (Cinnabar)

    • पर्याय: हिंगुल, दरद शिला
    • खनिजीय पहचान: HgS
    • स्रोत: चीन, कश्मीर
    • प्रकार: श्वेत, रक्त, कृष्ण
    • ग्राह्य/अग्राह्य: रक्तवर्ण, चमकीला (ग्राह्य); शुष्क, मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: शिला-दोष, पारा मिश्रण
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र स्वेदन
    • मरण: गंधक व पुटन द्वारा हिंगुल भस्म

II. धातु वर्ग (Metals)

  1. 13. स्वर्ण (Gold)

    • पर्याय: कनक, हाटकम्, हिरण्य
    • खनिजीय पहचान: Au (Gold)
    • स्रोत: हिमालय, दक्षिण भारत, अफ्रीका
    • प्रकार: जातरूप, रत्नज, नदीज
    • ग्राह्य/अग्राह्य: भारी, पीतवर्ण, स्निग्ध (ग्राह्य); हल्का, मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: रजत, ताम्र मिश्रण
    • शोधन: त्रिफला क्वाथ, तिल तैल स्वेदन
    • मरण: सुवर्ण भस्म पुटन से
  2. 14. रजत (Silver)

    • पर्याय: चन्द्र, रूप्य, रजतम्
    • खनिजीय पहचान: Ag (Silver)
    • स्रोत: राजस्थान, नेपाल, विदेश
    • प्रकार: शुद्ध, मिश्रित
    • ग्राह्य/अग्राह्य: उज्ज्वल, शीतल (ग्राह्य); धूमिल (अग्राह्य)
    • दोष: ताम्र, सीसा दोष
    • शोधन: नींबू रस, त्रिफला क्वाथ
    • मरण: पुटन से रजत भस्म
  3. 15. ताम्र (Copper)

    • पर्याय: ताम्र, लोहित
    • खनिजीय पहचान: Cu (Copper)
    • स्रोत: राजस्थान, झारखंड, नेपाल
    • प्रकार: म्लेच्छ, देशज
    • ग्राह्य/अग्राह्य: रक्तवर्ण, स्निग्ध (ग्राह्य); मलिन, काला (अग्राह्य)
    • दोष: शिला-दोष, लोह-दोष
    • शोधन: तक्र, नींबू रस में शोधन
    • मरण: ताम्र भस्म
  4. 16. लोह (Iron)

    • पर्याय: लोह, अयस्
    • खनिजीय पहचान: Fe (Iron)
    • स्रोत: भारत के लौह खदान, झारखंड, छत्तीसगढ़
    • प्रकार: मुंड लोह, तीक्ष्ण लोह, कांति लोह
    • ग्राह्य/अग्राह्य: भारी, चमकीला (ग्राह्य); मलिन, हल्का (अग्राह्य)
    • दोष: काष्ठ-दोष, शिला-दोष
    • शोधन: तक्र, त्रिफला क्वाथ में शोधन
    • मरण: पुटन से लौह भस्म
  5. 17. माण्डूर (Rust Iron)

    • पर्याय: माण्डूर, मृदुल लोह
    • खनिजीय पहचान: Ferric Oxide (Fe₂O₃)
    • स्रोत: लोहे का जंग
    • प्रकार: श्वेत, रक्त
    • ग्राह्य/अग्राह्य: रक्तवर्ण (ग्राह्य); मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: धूल, पाषाण दोष
    • शोधन: तक्र, नींबू रस शोधन
    • मरण: माण्डूर भस्म
  6. 18. वंग (Tin)

    • पर्याय: वंग, त्रपु
    • खनिजीय पहचान: Sn (Tin)
    • स्रोत: बिहार, राजस्थान
    • प्रकार: शुद्ध वंग, खल्वाट वंग
    • ग्राह्य/अग्राह्य: स्निग्ध, उज्ज्वल (ग्राह्य); मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: सीसा, जस्ता मिश्रण
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र स्वेदन
    • मरण: वंग भस्म
  7. 19. नाग (Lead)

    • पर्याय: नाग, सीसक, अयःनाग
    • खनिजीय पहचान: Pb (Lead)
    • स्रोत: राजस्थान, बिहार
    • प्रकार: नाग (Lead metal)
    • ग्राह्य/अग्राह्य: भारी, श्यामवर्ण (ग्राह्य); हल्का, मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: जस्ता, ताम्र मिश्रण
    • शोधन: नींबू रस, त्रिफला क्वाथ शोधन
    • मरण: नाग भस्म
  8. 20. यशद (Zinc)

    • पर्याय: यशद, जस्ता
    • खनिजीय पहचान: Zn (Zinc)
    • स्रोत: झारखंड, राजस्थान
    • प्रकार: शुद्ध, मिश्रित
    • ग्राह्य/अग्राह्य: उज्ज्वल, सफेद (ग्राह्य); धूमिल (अग्राह्य)
    • दोष: सीसा, ताम्र दोष
    • शोधन: तक्र, गोमूत्र शोधन
    • मरण: यशद भस्म

III. रत्न, शुक्ति और सुधा वर्ग (Gems, Shells, and Alkaline Compounds)

  1. 21. मुक्ता (Pearl)

    • पर्याय: मुख्ता, शुक्तिज, मोती
    • खनिजीय पहचान: CaCO₃ (Calcium carbonate, nacreous)
    • स्रोत: समुद्री सीप
    • प्रकार: शुक्ल, रक्त
    • ग्राह्य/अग्राह्य: श्वेत, स्निग्ध, गोल (ग्राह्य); काला, भंगुर (अग्राह्य)
    • दोष: शुक्ति दोष
    • शोधन: नींबू रस, गुलाब जल शोधन
    • मरण: मुक्ता भस्म
  2. 22. प्रवाल (Coral)

    • पर्याय: प्रवाल, विद्रुम
    • खनिजीय पहचान: CaCO₃ (Coral skeleton)
    • स्रोत: समुद्र तटीय प्रदेश
    • प्रकार: रक्तप्रवाल, श्वेत प्रवाल
    • ग्राह्य/अग्राह्य: रक्तवर्ण, स्निग्ध (ग्राह्य); मलिन, भुरभुरा (अग्राह्य)
    • दोष: शैवाल, रेत दोष
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र शोधन
    • मरण: प्रवाल भस्म
  3. 23. वज्र (Diamond)

    • पर्याय: वज्र, हीरक
    • खनिजीय पहचान: C (Crystalline carbon)
    • स्रोत: मध्य प्रदेश, अफ्रीका
    • प्रकार: श्वेत, पीत, कृष्ण
    • ग्राह्य/अग्राह्य: उज्ज्वल, कठोर (ग्राह्य); मलिन, फटा (अग्राह्य)
    • दोष: काँच, कुटिलता दोष
    • शोधन: तैल, नींबू रस शोधन
    • मरण: हीरक भस्म
  4. 24. कपर्दक (Cowries)

    • पर्याय: कपर्दक, कौड़ी
    • खनिजीय पहचान: CaCO₃ (Shell)
    • स्रोत: समुद्री शंख
    • प्रकार: श्वेत, पीत
    • ग्राह्य/अग्राह्य: चमकीला, स्निग्ध (ग्राह्य); भंगुर (अग्राह्य)
    • दोष: रेत, मलिन दोष
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र शोधन
    • मरण: कपर्दक भस्म
  5. 25. शुक्ति (Oyster Shell)

    • पर्याय: शुक्ति, शंखशुक्ति
    • खनिजीय पहचान: CaCO₃ (Calcium carbonate)
    • स्रोत: समुद्री सीप
    • प्रकार: श्वेत, कृष्ण
    • ग्राह्य/अग्राह्य: स्निग्ध, श्वेत (ग्राह्य); मलिन, टूटा (अग्राह्य)
    • दोष: रेत, अशुद्धि
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र शोधन
    • मरण: शुक्ति भस्म
  6. 26. शंख (Conch Shell)

    • पर्याय: शंख, शंखक
    • खनिजीय पहचान: CaCO₃ (Conch shell)
    • स्रोत: समुद्र
    • प्रकार: दक्षिणावर्त, वामावर्त
    • ग्राह्य/अग्राह्य: श्वेत, भारी (ग्राह्य); भंगुर, मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: रेत, शैवाल
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र शोधन
    • मरण: शंख भस्म
  7. 27. गोदंती (Gypsum)

    • पर्याय: गोदंती, गौदन्ती
    • खनिजीय पहचान: Hydrated Calcium Sulphate (CaSO₄·2H₂O)
    • स्रोत: राजस्थान, हिमालय
    • प्रकार: श्वेत, रक्त
    • ग्राह्य/अग्राह्य: श्वेत, चमकीली (ग्राह्य); मलिन, पीलापन (अग्राह्य)
    • दोष: मृत्तिका, शिला दोष
    • शोधन: नींबू रस शोधन
    • मरण: गोदंती भस्म
  8. 28. समुद्रफेन (Cuttlefish Bone)

    • पर्याय: समुद्रफेन, समुद्रपेन
    • खनिजीय पहचान: Aragonite (CaCO₃ from Cuttlefish)
    • स्रोत: समुद्र
    • प्रकार: श्वेत, रंध्रयुक्त
    • ग्राह्य/अग्राह्य: हल्का, श्वेत (ग्राह्य); मलिन, गंधयुक्त (अग्राह्य)
    • दोष: शैवाल, रेत
    • शोधन: नींबू रस शोधन
    • मरण: समुद्रफेन भस्म
  9. 29. कुक्कुटाण्ड त्वक (Egg Shell)

    • पर्याय: कुक्कुटाण्ड त्वक, अण्डकटक
    • खनिजीय पहचान: CaCO₃ (Egg shell)
    • स्रोत: कुक्कुट अण्ड
    • प्रकार: श्वेत, पातल
    • ग्राह्य/अग्राह्य: स्निग्ध, श्वेत (ग्राह्य); दुर्गंधयुक्त (अग्राह्य)
    • दोष: अण्डदोष, गंध दोष
    • शोधन: नींबू रस, तक्र शोधन
    • मरण: अण्डभस्म
  10. 30. टंकण क्षार (Borax)

    • पर्याय: टंकण, सुघंधिक
    • खनिजीय पहचान: Na₂B₄O₇·10H₂O
    • स्रोत: तुर्किस्तान, गुजरात
    • प्रकार: श्वेत, पीत
    • ग्राह्य/अग्राह्य: स्फटिकाकार, श्वेत (ग्राह्य); मलिन, पीला (अग्राह्य)
    • दोष: लवण दोष
    • शोधन: नींबू रस, तक्र शोधन
    • मरण: टंकण भस्म

IV. उपधातु और अन्य खनिज (Sub-Metals and Other Minerals)

  1. 31. सस्यक (Peacock Ore)

    • पर्याय: सस्यक, मयूरशिला
    • खनिजीय पहचान: Copper carbonate/sulphide (Bornite – Cu₅FeS₄)
    • स्रोत: झारखंड, नेपाल
    • प्रकार: नीला-हरा चमकीला
    • ग्राह्य/अग्राह्य: उज्ज्वल, मयूरवर्ण (ग्राह्य); धूमिल (अग्राह्य)
    • दोष: लौह/पाषाण दोष
    • शोधन: नींबू रस, तक्र शोधन
    • मरण: पुटन से सस्यक भस्म
  2. 32. कसीस (Green Vitriol)

    • पर्याय: कसीस, कसीसफला
    • खनिजीय पहचान: FeSO₄·7H₂O (Ferrous sulphate)
    • स्रोत: राजस्थान, नेपाल
    • प्रकार: श्वेत, हरित
    • ग्राह्य/अग्राह्य: हरित स्फटिक (ग्राह्य); मलिन, धूमिल (अग्राह्य)
    • दोष: धूल, शिला दोष
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र शोधन
    • मरण: कसीस भस्म
  3. 33. गौरी पाषाण (Arsenic Oxide)

    • पर्याय: गौरीशिला, श्वेतार्सेनिक
    • खनिजीय पहचान: As₂O₃
    • स्रोत: नेपाल, चीन
    • प्रकार: श्वेत, कषाय
    • ग्राह्य/अग्राह्य: उज्ज्वल, स्निग्ध (ग्राह्य); मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: आर्सेनिक विष
    • शोधन: नींबू रस, अदरक रस
    • मरण: गौरी पाषाण भस्म
  4. 34. तृणकान्त (Tourmaline/Glass Silica)

    • पर्याय: तृणकान्त, काचाश्म
    • खनिजीय पहचान: Silicate mineral
    • स्रोत: बिहार, दक्षिण भारत
    • प्रकार: श्वेत, रक्त, कृष्ण
    • ग्राह्य/अग्राह्य: पारदर्शक, चमकीला (ग्राह्य); धूमिल (अग्राह्य)
    • दोष: शिला दोष
    • शोधन: नींबू रस शोधन
    • मरण: तृणकान्त भस्म
  5. 35. अकीक (Agate)

    • पर्याय: अकीक, माणिक्याभ
    • खनिजीय पहचान: Chalcedony (SiO₂)
    • स्रोत: गुजरात, कच्छ
    • प्रकार: रक्त, पीत, कृष्ण
    • ग्राह्य/अग्राह्य: स्निग्ध, पारदर्शक (ग्राह्य); धूमिल (अग्राह्य)
    • दोष: शैवाल, मृत्तिका
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र
    • मरण: अकीक भस्म
  6. 36. सुधा (Limestone)

    • पर्याय: सुधा, चुना
    • खनिजीय पहचान: CaCO₃
    • स्रोत: राजस्थान, मध्य प्रदेश
    • प्रकार: श्वेत, रक्त
    • ग्राह्य/अग्राह्य: श्वेत, स्निग्ध (ग्राह्य); मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: मृत्तिका दोष
    • शोधन: नींबू रस शोधन
    • मरण: सुधा भस्म
  7. 37. खटिका (Chalk)

    • पर्याय: खटिका, खदिरा
    • खनिजीय पहचान: CaCO₃ (Calcium carbonate chalk)
    • स्रोत: गुजरात, राजस्थान
    • प्रकार: श्वेत
    • ग्राह्य/अग्राह्य: स्निग्ध, श्वेत (ग्राह्य); मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: धूल, रेत
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र
    • मरण: खटिका भस्म
  8. 38. अजश्म (Magnesite / Ajashthi)

    • पर्याय: अजश्म, अजशठी
    • खनिजीय पहचान: MgCO₃ (Magnesium carbonate)
    • स्रोत: गुजरात, नेपाल
    • प्रकार: श्वेत, रक्त
    • ग्राह्य/अग्राह्य: श्वेत, स्निग्ध (ग्राह्य); मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: रेत, शिला
    • शोधन: नींबू रस, तक्र शोधन
    • मरण: अजश्म भस्म
  9. 39. ज़हरमोहरा (Serpentine)

    • पर्याय: जहर्मोहरा, मोहरा
    • खनिजीय पहचान: Hydrated Mg silicate
    • स्रोत: अफगानिस्तान, कश्मीर
    • प्रकार: हरा, पीत
    • ग्राह्य/अग्राह्य: हरा स्निग्ध (ग्राह्य); धूमिल (अग्राह्य)
    • दोष: लौह दोष
    • शोधन: नींबू रस शोधन
    • मरण: ज़हरमोहरा भस्म
  10. 40. दुग्धपाषाण (Talc)

    • पर्याय: दुग्धशिला, स्फटिक
    • खनिजीय पहचान: Mg₃Si₄O₁₀(OH)₂ (Hydrated Mg silicate)
    • स्रोत: हिमालय, राजस्थान
    • प्रकार: श्वेत, स्निग्ध
    • ग्राह्य/अग्राह्य: दूध जैसा श्वेत (ग्राह्य); मलिन (अग्राह्य)
    • दोष: शिला, धूल
    • शोधन: नींबू रस, गोमूत्र
    • मरण: दुग्धपाषाण भस्म

प्रमुख रस औषधियाँ (Rasa Formulations)

आरोग्यवर्धिनी गुटिका

  • घटक द्रव्य:
    • शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, लौह भस्म, अभ्रक भस्म, ताम्र भस्म: 1 भाग (Part)
    • हरीतकी, बिभीतकी, आमलकी (त्रिफला): 2 भाग (Parts)
    • शुद्ध शिलाजतु: 3 भाग (Parts)
    • शुद्ध गुग्गुलु, चित्रक: 4 भाग (Parts)
    • कटुका: 22 भाग (Part)
  • भावना द्रव्य: निम्ब स्वरस (मर्दन के लिए) – *क्वांटम सफिशिट* (qs) 2 दिन मर्दन
  • मात्रा: 250 – 500 मिग्रा.
  • अनुपान: अदरक स्वरस, शहद, निम्ब स्वरस, जल, दूध।
  • उपयोग: जीर्ण ज्वर, मेदो दोष, कुष्ठ, यकृत विकार।
  • पथ्य-अपथ्य:
    • पथ्य: त्वक् रोग, गो-दुग्ध
    • अपथ्य: ककारादि वर्ग द्रव्य (K-group foods)
  • औषध सेवन काल: दिन में दो बार (प्रातः-सांय)

कुमार कल्याण रस

  • घटक द्रव्य:
    • रस सिन्दूर, मुक्ता भस्म, हेम भस्म (स्वर्ण भस्म), अभ्रक भस्म, लौह भस्म, माक्षिक भस्म: प्रत्येक 1 भाग (Part)
  • भावना द्रव्य: कुमारी रस *क्वांटम सफिशिट* (qs)
  • मात्रा: 62.5 मिग्रा.
  • अनुपान: दूध, शहद, सीता (शक्कर)।
  • उपयोग: बालरोग, अतिसार, कामला, ज्वर, कास, श्वास, फक्क रोग, पारिगर्भिका रोग, स्तन्यद्वेष, ग्रह दोष, कृशता, अग्नि विकृति।
  • पथ्य-अपथ्य: रोग एवं रोगी अनुसार
  • औषध सेवन काल: दिन में दो बार (प्रातः-सांय)

गर्भपाल रस

  • घटक द्रव्य:
    • शुद्ध हिंगुल, नाग भस्म, वंग भस्म, त्वक, तेजपत्र, एला, शुण्ठी, मरीच, पिप्पली, धान्यक, कृष्ण जीरक, चव्य, मृद्विका, देवदारु: प्रत्येक 12 ग्राम (g)
    • लौह भस्म: 6 ग्राम (gm)
  • भावना द्रव्य: अपराजिता स्वरस *क्वांटम सफिशिट* (qs)
  • मात्रा: 125 – 250 मिग्रा.
  • अनुपान: द्राक्षा जल (30 ग्राम द्राक्षा को 120 ग्राम पानी में पीसकर प्राप्त किया गया)।
  • उपयोग: गर्भपात, गर्भिणी रोग, प्रदर, शूल, विबन्ध, शिरोरोग, अग्निमांद्य, गर्भस्राव, छर्दि (उल्टी)।
  • पथ्य-अपथ्य:
    • अपथ्य: उष्ण, तीक्ष्ण गुण प्रधान द्रव्य, अति व्यायाम
  • औषध सेवन काल: दिन में दो बार (प्रातः-सांय)

प्रवाल पंचामृत रस

  • घटक द्रव्य:
    • मुक्ता भस्म, शंख भस्म, मुक्ताशुक्ति भस्म, कपर्दिका भस्म: प्रत्येक 1 भाग (Part)
    • प्रवाल भस्म: 3 भाग (Part)
    • अर्क दुग्ध: 7 भाग (Part)
  • मात्रा: 250 मिग्रा.
  • उपयोग: अनाह, गुल्म, उदर रोग, प्लीहा रोग, कास, श्वास, अग्निमांद्य, अजीर्ण, ग्रहणी, अतिसार, हृद्रोग।
  • पथ्य-अपथ्य: रोग व रोगी अनुसार
  • औषध सेवन काल: दिन में दो बार (प्रातः-सांय)

नवायस लौह

  • घटक द्रव्य:
    • शुण्ठी, मरीच, पिप्पली, हरीतकी, बिभीतकी, आमलकी, मुस्ता, विडङ्ग, चित्रक: प्रत्येक 1 भाग (Part)
    • लौह भस्म: 9 भाग (Parts)
  • मात्रा: 250 मिग्रा.
  • अनुपान: मधु, घृत।
  • उपयोग: पाण्डु (एनीमिया), हृद्रोग, कुष्ठ, अर्श (बवासीर), कामला (पीलिया)।
  • पथ्य-अपथ्य:
    • अपथ्य: अम्ल, लवण, कटु रस प्रधान द्रव्य
  • औषध सेवन काल: दिन में दो बार (प्रातः-सांय)

आनन्दभैरव रस

  • घटक द्रव्य:
    • शुद्ध हिंगुल, शुद्ध विष, सोंठ, फूला हुआ सुहागा और जायफल: प्रत्येक 1 भाग (Part)
    • काली मिर्च और छोटी पीपल: 2 भाग (Parts)
  • भावना द्रव्य: जम्बीरी नींबू रस *क्वांटम सफिशिट* (qs)
  • मात्रा: 125 मिग्रा.
  • अनुपान: प्रातः सायं अदरक रस और मधु के साथ दें।
  • उपयोग: ज्वर (बुखार)।

अभ्रक भस्म निर्माण (धान्य अभ्रक)

  • घटक द्रव्य: धान्य अभ्रक 1 भाग (Part)
  • भावना द्रव्य: अर्क, न्यग्रोधमूल क्वाथ, रम्भा रस *क्वांटम सफिशिट* (qs)
  • प्रक्रिया: 3 गजपुट
  • मात्रा: 125 मिग्रा. से 375 मिग्रा.
  • अनुपान: शहद, घी, त्रिफला क्वाथ, गुडूची स्वरस, अदरक स्वरस।
  • उपयोग: अग्निमांद्य, ग्रहणी, श्वास, रक्तपित्त, कास, प्रमेह, पाण्डु, केश पतन, त्वक् रोग, जरा, नपुंसकता, कुष्ठ, प्लीहा, उदर, विष, कृमि रोग।

स्वर्ण भस्म निर्माण

  • घटक द्रव्य: शुद्ध स्वर्ण, शुद्ध पारद 1 भाग (Part)
  • भावना द्रव्य: शुद्ध गंधक 3 भाग (Part)
  • प्रक्रिया: 14 पुट
  • मात्रा: 15.5 मिग्रा. – 62.5 मिग्रा.
  • अनुपान: शहद, मक्खन।
  • उपयोग: ग्रहणी, अम्लपित्त, हिक्का, पाण्डु, श्वास रोग, ज्वर, धातु क्षय, अपस्मार, राजयक्ष्मा, बुद्धिक्षय, हृदयरोग, स्नायुदौर्बल्य, उन्माद, स्वरभेद, विष, वाजीकरण, रसायन, मेध्य, स्मृतिवर्धक।

रसशास्त्र की विशिष्ट प्रक्रियाएँ

लौह भस्म निर्माण की विधियाँ

  1. 1. भानुपाक (Solar Heating)
    • शुद्ध लौह चूर्ण: 1 भाग (Part)
    • त्रिफला क्वाथ: 1/4 भाग (1 भाग क्वाथ को 4 भाग जल में मिलाकर) X 7 बार
  2. 2. स्थाली पाक (Pot Cooking)
    • भानु पाक लौह: 1 भाग (Part)
    • त्रिफला: 3 भाग (Part)
    • काढ़े के लिये जल: 48 भाग (Part)
    • शेष द्रव द्रव्य: 6 भाग (Part)
  3. 3. पुट पाक (Incineration)
    • स्थाली पाक लोहा: 1 भाग (Part)
    • त्रिफला: 1 भाग (Part)
    • काढ़े के लिये जल: 2 भाग (Part)
    • शेष द्रव द्रव्य: 1/4 भाग (Part)
    • प्रक्रिया: गजपुट

ताम्र के अष्ट दोष (Eight Defects of Copper)

भ्रमो मूर्च्छा विदाहश्च स्वेदक्लेदनवान्तयः । अरुचिश्चित्तसंताप एते दोषा विषोपमाः ॥ (आ.प्र. 3/116)

  1. भ्रम (Vertigo)
  2. मूर्च्छा (Fainting)
  3. विदाह (Burning sensation)
  4. स्वेद (Sweating)
  5. क्लेद (Moisture/Stickiness)
  6. वमन (Vomiting)
  7. अरुचि (Anorexia)
  8. चित्तसंताप (Mental distress)

ये ताम्र के अष्ट दोष हैं, जो विष के समान माने जाते हैं।

पारद के संस्कार और बंध (Purification Processes and Binding)

पारद के संस्कार (Processes)
  1. स्वेदन (Swedana): पारा को गर्म करके दोष निकालना
  2. मर्दन (Mardana): पीसना (Trituration)
  3. मूर्छन (Moorchana): स्थिर करना (Fixation)
  4. उत्थापन (Utthapana): ऊपर उठाने की क्रिया (Revival)
  5. पाटन (Patana): ऊर्ध्वपातन/अधोपातन (Sublimation/Distillation)
  6. रोधन (Rodhana): रोकने की क्रिया (Restraining)
  7. निरोधन (Nirodhana): दृढ़ बनाना (Stabilization)
  8. दीपन (Deepana): तेजस्वी बनाना (Kindling)
  9. गमन (Gamana): गति देना (Movement)
  10. संरक्षण (Samrakshana): सुरक्षित रखना (Preservation)
  11. जारण (Jaarana): जारण करना (Digestion/Assimilation)
  12. रंजन (Ranjana): रंग देना (Coloring)
पारद बंध के प्रकार (Types of Mercury Binding)
  1. संग्रहण (Sangrahana) – स्थिर करना
  2. वितारण (Vitarana) – वितरित करना
  3. मरण (Marana) – भस्मीकरण करना
  4. दीपन (Deepana) – तेज बढ़ाना
  5. ग्रहण (Grahan) – ग्रहण करना
  6. बोधन (Bodhana) – चेतन/सक्रिय करना
  7. हठ बंध (Hatha Bandha)
  8. आरोट बंध (Aarota Bandha)
  9. आभास बंध (Abhasa Bandha)
  10. क्रियाहीन बंध (Kriyaheena Bandha)
  11. पिष्टिका बंध (Pishtika Bandha)
  12. क्षार बंध (Kshara Bandha)
  13. खोटा बंध (Khota Bandha)
  14. पोटा बंध (Pota Bandha)
  15. कल्क बंध (Kalka Bandha)
  16. कज्जली बंध (Kajjali Bandha)
  17. सजीव बंध (Sajeeva Bandha)
  18. नीरजीव बंध (Neerjeeva Bandha)
  19. नीरबीज बंध (Neerbeja Bandha)
  20. सबीज बंध (Sabeeja Bandha)
  21. शृंखला बंध (Shrunkhala Bandha)
  22. द्रुति बंध (Druti Bandha)
  23. बालक बंध (Balaka Bandha)
  24. कुमार बंध (Kumara Bandha)
  25. तरुण बंध (Taruna Bandha)
  26. वृद्ध बंध (Vruddha Bandha)
  27. मूर्ति बंध (Murti Bandha)
  28. जल बंध (Jala Bandha)
  29. अग्नि बंध (Agni Bandha)
  30. सुसंस्कृत बंध (Susamskruta Bandha)
  31. महाबंध (Maha Bandha)
  32. जालुका बंध (Jaluka Bandha) (अतिरिक्त मान्य 26वाँ बंध)